देखो तुम मत जाना भूल
मेरे प्यारे नटखट भैया,
हरदम यूँ ही हँसते रहना।
ये है कितना प्यारा नाता ,
तुम बिन अब कुछ भी न भाता।
तुम बिन है सूना ये आँगन ,
तुम हो तो है रक्षाबंधन।
पढ़ लिख कर तुम बड़े बनो,
जग में ऊँचा नाम करो।
कांटे तेरी राहों के पल में ,
सब हो जाएंगे फूल।
पर अपनी छोटी बहना को ,
देखो तुम मत जाना भूल।